गोपेश्वर (चमोली)। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बुधवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में समस्त विभागीय अधिकारियों की बैठक लेते हुए चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा की। डीएम ने कहा कि बरसात कम होने के बाद चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या प्रतिदिन बढ रही है। इसके अलावा श्राद्धपक्ष में बद्रीनाथ धाम में पिण्डदान के लिए बडी संख्या में तीर्थयात्री पहुंचते है। उन्होंने सड़क, परिवहन, स्वास्थ्य, पेयजल, साफ-सफाई, पर्यटन, आपदा प्रबन्धन सहित तमाम व्यवस्थाओं को चाक चैबन्द करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
जिलाधिकारी ने एनएचआईडीसीएल, एनएच, लोनिवि एवं बीआरओ को निर्देशित किया कि बरसात के दौरान जहां पर भी सडक क्षतिग्रस्त हुई है और भूस्खलन के कारण सड़कों पर नए डेंजर जोन बने है, उनको तत्काल ठीक करें। भूस्खलन क्षेत्रों के आसपास पर पर्याप्त संख्या में जेसीबी मशीन, मैनपॉवर की तैनाती के साथ साइनेज लगाना सुनिश्चित करें। जल संस्थान को बदरीनाथ एवं हेमकुंड यात्रा मार्ग पर पिलर टाइप स्टैंड पोस्ट (पीटीएसपी), टैंक टाइप स्टैंड पोस्ट (टीटीएसपी) और हैंडपंप का अगले तीन दिनों में स्थलीय निरीक्षण करते हुए सभी स्थानों पर पेयजल आपूर्ति सुचारू रखने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि गौचर एवं मंडल चैक पोस्ट पर तीर्थयात्रियों के पंजीकरण की व्यवस्थाओं को तत्काल शुरू करें और प्रत्येक यात्री का पंजीकरण सुनिश्चित किया जाए। स्वास्थ्य विभाग को चारधाम यात्रा पर आने वाले अधिक से अधिक तीर्थयात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बीमार और 60 वर्ष से अधिक उम्र दराज यात्रियों का अनिवार्य रूप से स्वास्थ्य जांच की जाए। इसके लिए बेसिक मेडिकल उपकरण सहित चिकित्सकों एवं एंबुलेंस की तैनाती और पर्याप्त मात्रा में दवाइयों का स्टॉक रखें।
जिलाधिकारी ने पर्यटन विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि यात्रा मार्ग पर शौचालयों में पानी, बिजली एवं सफाई व्यवस्था के लिए कार्मिकों की तैनाती का निरीक्षण करते हुए तीन दिनों में इसकी रिपोर्ट उपलब्ध करें। सभी एसडीएम को यात्रा मार्ग पर व्यवस्थाओं का नियमित निरीक्षण करने को कहा। खाद्य सुरक्षा अधिकारी, पूर्ति अधिकारी और पुलिस को यात्रा मार्ग पर सभी होटल, ढाबे, रेस्टोरेंटों में रेट लिस्ट एवं सुरक्षित खाद्य पदार्थो का नियमित रूप से संयुक्त निरीक्षण करने के निर्देश दिए। जिला पूर्ति अधिकारी को सभी पेट्रोल पंपों पर पर्याप्त मात्रा में डीजल, पेट्रोल और दुकानों में खाद्यान्न स्टॉक सुनिश्चित करने को कहा। पशुपालन विभाग को हेमकुंड यात्रा मार्ग पर घोडे, खच्चरों का नियमित स्वास्थ्य जांच कराने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि यात्रा मार्ग पर सड़क अवरूद्व होने या जाम लगने की स्थिति में पुलिस, परिवहन एवं तहसील प्रशासन आवश्यक रिलीफ सामग्री के साथ यात्रियों को त्वरित सहायता पहुंचाना भी सुनिश्चित करें। इस दौरान यात्रा से जुडे सभी बिन्दुओं की समीक्षा करते हुए जरूरी निर्देश दिए गए।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी ने चारधाम यात्रा मार्ग पर मौजूदा व्यवस्थाओं की जानकारी दी। बताया कि इस वर्ष अभी तक रिर्काड 1128574 तीर्थयात्री बदरीनाथ तथा 163884 तीर्थयात्री हेमकुंड पहुंचे है। वर्तमान में बदरीनाथ धाम में प्रतिदिन चार हजार तथा हेमकुंड में छह यात्री पहुंच रहे है। जनपद के अन्तर्गत बुधवार तक सभी राष्ट्रीय राजमार्ग खुले है। गैरसैंण, गौचर, जोशीमठ, पाण्डुकेश्वर, बदरीनाथ में एसडीआरएफ तथा कर्णप्रयाग में एनडीआरएफ की टीम तैनात है। बदरीनाथ तथा हेमकुंड में एयरटेल, जिओ एवं बीएसएनएल की संचार सुविधा सुचारू है। गौचर, गैरसैंण, ग्वालदम, पाण्डुकेश्वर तथा मंडल में कोविड चैक पोस्ट बनाए गए है। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्वेता चैबे, अपर जिलाधिकारी डा.अभिषेक त्रिपाठी, प्रभारी सीडीओ/परियोजना निदेशक आनंद सिंह, जल संस्थान के अधीक्षण अभियंता सुशील कुमार, डीटीडीओ एसएस राणा, ईई विद्युत अमित सक्सेना आदि मौजूद थे।