गोपेश्वर (चमोली)। कांग्रेस पार्टी के बदरीनाथ विधान सभा के विधायक राजेन्द्र भंडारी ने कहा राज्य बनने से लेकर अब तक की विधान सभा और अन्य प्रकार की सभी भर्तियों की हाईकोर्ट के सिंटिंग जज की निगरानी में सीबीआई जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में चाहे पक्ष हो अथवा विपक्ष जो भी जांच में दोषी पाया जाता है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
बुधवार को गोपेश्वर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए विधायक ने कहा कि भाजपा की सरकार सत्ता में है और उसने यदि नियमों के अनुसार विधानसभा से लेकर अन्य भर्तियों में नियमों के अनुसार भर्ती की है तो उससे किस बात का डर है जब विपक्ष भी सीबीआई जांच की मांग उठा रहा है तो सरकार को चाहिए की जांच करे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे। उन्होंने कहा कि एसटीएफ ने अब तक 34 लोगों को यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में पकड़ा है लेकिन हाकम सिंह को किसने हाकम बनाया उसकी भी जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि बिना मिली भगत के इतना बड़ा घोटाला नहीं किया जा सकता है। इसलिए उन सभी पर कार्रवाई जरूरी है जो इस मामले में दोषी है।
विधायक ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ युवा उठ खड़े हो गये हैं। परिश्रम से परीक्षा देने वालों के स्थान पर भ्रष्टाचार, बेईमानी, घपले, धांधली करने वाले नियुक्ति पा रहे हैं। इसके खिलाफ उत्तराखंड का युवा, बेरोजगार, छात्र उठ खड़े हुए हैं। अब नेता, भ्रष्टाचारी, नकल गिरोह, सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग नहीं सकते हैं। जबाब तो देना ही होगा। उन्होंने कहा यूकेएसएसएससी भर्ती, विधान सभा नियुक्ति और अन्य सभी उन परिक्षाओं की जांच जिसमें धांधली हुई है, इन सब पर उच्च न्यायालय के सिटिंग न्यायाधीश की निगरानी में सीबीआई की जानी चाहिए। 2000 से अब तक विधान सभा नियुक्ति समेत, आयोगों या किसी भी आउट सोर्सिंग की ओर से की गई परीक्षा नियुक्ति की जांच की जाय। उन्होंने कहा मुझ पर अपने रिश्तेदारों को नियुक्ति देने का आरोप है। उस मामले की भी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा बिना तय प्रक्रिया के कैसे नियुक्तियां हुई। इन सब पर शीघ्र सीबीआई जांच हो। सरकार स्पष्टीकरण की मुद्रा में नहीं एक्शन करने की स्थिति में दिखाई देनी चाहिए। प्रेस वार्ता में जिला महिला कांग्रेस की अध्यक्ष उषा रावत, ब्लाॅक अध्यक्ष गोविंद सजवाण, रविंद्र सिंह नेगी, जिपंस लक्ष्मण सिंह आदि मौजूद थे।