जांच के बाद प्रभावशालियों पर नहीं हो रही कार्यवाही
हरिद्वार। जीरो टालरेंस की केन्द्र व प्रदेश की सरकार में भ्रष्टाचार अधिकारियों व नेताओं के सिर चढ़कर बोल रहा है। जिसके चलते आम आदमी को न्याय के लिए भटकने को मजबूर होना पड़ रहा है। बावजूद इसके भ्रष्टाचार मुक्त देश व प्रदेश का नारा देने वाली भाजपा सरकार पीडि़त को इंसाफ नहीं दे पा रही है। जिस कारण से जीरो टालरेंस की सरकार के नारे पर सवालिया निशान लगने लगे हैं। ऐसा ही मामला काफी समय से तीर्थनगरी हरिद्वार का सुर्खियों में है। जिसमें सैंकड़ों शिकायत करने व जांच होने के बाद भी मामला जस का तस बना हुआ है। जिस कारण से अब पीडि़त ने महामहिम राष्ट्रपति को पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई है।
विदित हो कि मां मंशा देवी फर्जी ट्रस्ट मामला व मंदिर में आने वाले प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये के चढ़ावे की घालमेल तथा फर्जी 80 जी के नाम पर लोगों को धोखा देने तथा फर्जी वसीयत के आधार पर मंदिर का अवैध संचालन करने के संबंध में सामाजिक कार्यकर्ता वासू सिंह निवासी भभूतावाला बाग रानीपुर हरिद्वार ने डीएम से लेकर पीएमओ तक दर्जनों शिकायती पत्र देकर आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग की। इन शिकायतों पर जांच भी हुई। फिर जांच की भी जांच की गई। जांच में आरोप सिद्ध साबित हुए। बावजूद इसके आज तक कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। यहां तक की माननीय न्यायालय की 11 वर्षों से हो रही आदेश की अवहेलना पर भी स्थानीय प्रशासन व सरकार ने कोई संज्ञान नहीं लिया। मां मंशा देवी प्रकरण मामले में शिकायत के बाद नगर मजिस्ट्रेट द्वारा कई बार सुनवाई की गई, किन्तु मामला आज तक जस का तस बना हुआ है। सरकार और अधिकारियों की उदासीनता और प्रभावशाली लोगों के दवाब में आकर कार्य करने की कार्यशैली से परेशान होकर अब सामाजिक कार्यकर्ता वासू सिंह ने महामहिम राष्ट्रपति को पत्र भेजकर मामले की निष्पक्ष जांच व दोषियों के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की गुहार लगाई है।
इसके साथ ही वासू सिंह ने पत्र की प्रति राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, राज्यपाल उाराखण्ड, मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड, मुख्य सचिव को प्रेषित कर कार्यवाही करने की मांग की है।