गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले में वैक्सीन भंडारण के लिए बनाये गये निर्धारित केंद्रों का स्वास्थ्य विभाग चमोली के जिला प्रतिरक्षण अधिकारी और यूएनडीपी के प्रोजेक्ट अधिकारी के साथ ही उनकी टीम की ओर से निरीक्षण कर वैक्सीन के सही रख रखाव के बारे में जानकारी ली गई।
गुरूवार को जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एमएस खाती ने बताया कि भारत में सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम दुनिया की सबसे बड़ी टीकाकरण परियोजनाओं में से एक है, जिसका उद्देश्य नवजात शिशुओं, बच्चों व गर्भवती महिलाओं को कई जानलेवा बीमारियों से बचाना है। इसके अंतर्गत सरकार की ओर से क्षय रोग, हेपेटाइटिस बी, पोलियो, गलघोटू, काली खांसी, टिटनेस, रोटा वायरस, निमोनिया और खसरा-रूबेला जैसी कई जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए मुफ्त में टीकाकरण करवाया जाता है।
इन सभी टीका के सही रखरखाव एवं प्रबंधन के लिए जनपद में 23 निर्धारित वैक्सीन वितरण केंद्रों की स्थापना की गई है। जिसमें वैक्सीन के तापमान के सही प्रबंधन के लिए निर्धारित कोल्ड चैन उपकरणों को स्थापित किया गया है ताकि सभी वैक्सीन निर्धारित तापक्रम पर स्टोर की जा सके और सभी पात्र लाभार्थियों के लिए प्रभावी टीकाकरण करवाया जा सके। उन्होंने बताया कि शीत-श्रृंखला (कोल्ड चेन) वह प्रक्रिया है जिसमे टीके को निर्धारित तापमान मे रखा जाता है। टीके बहुत नाजुक जैविक पदार्थ है जो धीरे-धीरे कमजोर होते जाते है। यह कमजोर होने की प्रक्रिया तब बहुत तेज हो जाती है, जब टीकों का तापमान बताई गई सीमा को पार कर जाता है। यदि टीकों को उचित तापमान पर रखा जाये तो उनकी क्षमता लम्बे समय तक बनी रहती है। इन्ही कारणों से टीको को निर्धारित समय सीमा में निश्चित रूप से प्रयोग करना चाहिए।
उन्होंने बताया कि जिले के दूरस्थ वैक्सीन भंडार केंद्रों आदिबद्री, गैरसैण, मायथान, नारायणबगड़, थराली एवं ग्वालदम का सघन निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान यूएनडीपी के प्रोजेक्ट ऑफिसर गढ़वाल मंडल योगेश रावत, जिला वैक्सीन कोल्ड चैन प्रबंधक महेश देवराड़ी, जिला सहायक प्रतिरक्षण अधिकारी रचना, एवं स्वास्थ्य पर्यवेक्षक प्रतिरक्षण विपिन मलगुड़ी, उदय सिंह रावत, आस्था तिवाड़ी आदि उपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि सभी वैक्सीन भण्डारों में निर्धारित गाइडलाइन के अनुसार निर्धारित तापमान के अनुसार सभी वैक्सीन का भंडारण किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान योगेश रावत प्रोजेक्ट ऑफिसर यूएनडीपी उत्तराखंड देहरादून ने संतोष व्यक्त किया गया और भविष्य में भी सभी वैक्सीन स्टोर इंचार्ज से इसी प्रकार कार्य करने की अपेक्षा की गयी।