गोपेश्वर (चमोली)। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के तत्वावधान में पुरानी जीपीएफ पेंशन को पुनः बहाल करने के लिए 18 दिसम्बर, कर्ण नगरी कर्णप्रयाग में पेंशन हुंकार रैली का आयोजन किया जा रहा है। इस रैली में राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा की राष्ट्रीय, प्रान्तीय तथा दोनों मण्डलों के पदाधिकारियों के साथ सभी 13 जनपदों की कार्यकारणी के पदाधिकारी भी सम्मिलित होंगे।
जानकारी देते हुए संयुक्त मोर्चा के जिलाध्यक्ष पूरण सिंह फरस्वाण ने बताया कि इस हुंकार रैली में अधिकारी वर्ग, शिक्षक वर्ग तथा कर्मचारी वर्ग सम्मिलित होंगे। जहां नई पेंशन योजना से आच्छादित कर्मचारी पुरानी पेंशन योजना को पुनः बहाल करने की मांग करेंग,े वहीं पुरानी पेंशन से आच्छादित कर्मचारी नई पेंशन योजना से आच्छादित कार्मिकों की एक सूत्रीय मांग पुरानी पेंशन बहाली के समर्थन में रैली में प्रतिभाग करेंगे। रैली की सफलता के लिए राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा जनपद चमोली की देखरेख में जनपद के सभी नौ विकासखण्ड़ों में तैयारी के लिए बैठकों का दौर जारी है। रैली में सेवानिवृत्ति कर्मचारियों का पेंशनर संगठन ने समर्थन दिया है पेंशनर भी रैली में भाग लेंगे।
उन्होंने कहा कि हिमाचल चुनाव परिणाम से उत्तराखण्ड के कार्मिकों में भी ओपीएस की आस जग गई है। क्योंकि हिमाचल विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र में कांग्रेस पार्टी ने कर्मचारियों की पुरानी जीपीएफ पेंशन बहाली की मांग को मुख्य से रखा तथा सरकार बनने पर पहली ही कैबिनेट में पास करने को कहा। अब चुनाव परिणाम में कांग्रेस के जीतने के बाद हिमाचल के एनपीएस कर्मचारियों में पुरानी पेंशन बहाली की पूरी आस जग गई है। वर्ष 2022 में राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड तथा पंजाब सरकारों ने कर्मचारियों की पुरानी जीपीएफ पेंशन बहाली की मांग को पूरा कर पुरानी पेंशन लागू कर दिया है। पश्चिम बंगाल में पुरानी पेंशन यथावत है। उत्तराखंड में भी पुरानी पेंशन बहाल हो इसके लिए सरकार से मांग की जा रही है।