गोपेश्वर (चमोली)। केन्द्रीय कृषि अवसंरचना निधि (एआईएफ) की जिला स्तरीय समिति की बैठक मुख्य विकास अधिकारी वरूण चैधरी की अध्यक्षता में आयोजित हुई। जिसमें प्रगतिशील किसानों, उद्यमियों एवं काश्तकारों को इस योजना की विस्तृत जानकारी दी गई।
डीडीएम नाबार्ड श्रीयांश जोशी ने बताया कि कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्रालय की ओर से कृषि क्षेत्र में आधारभूत अवसंरचना को बढ़ावा देने के लिए एआईएफ योजना शुरू की गई है। जिसके अन्तर्गत बैंकांे द्वारा स्वीकृत कृषि आधारभूत प्रोजेक्ट ऋणों में दो करोड़ तक के ऋण में तीन प्रतिशत ब्याज अनुदान केन्द्र सरकार की ओर से दिया जाएगा। योजना में विशेष रूप से पोस्ट हार्वेस्ट मेनेजमेंट के प्रोजेक्ट जैसे वेयरहाउस, कोल्ड स्टोरेज, ग्रेडिंग सॉर्टिग यूनिट, पेक हाउस, प्राइमरी प्रोसेसिंग केन्द्र, ओरगेनिक उत्पादन यूनिट आदि के लिए ऋण स्वीकृत किया जाता है। योजना का लाभ किसान, एफपीओ, एसएचजी, कृषि उद्यमी और स्टार्टअप ले सकते है। इस योजना के लिए एग्रीइनफ्रा पोटर्ल पर पंजीकरण करना होगा। ऋण के लिए निर्धारित प्रारूप में आवेदन, डीपीआर एवं अन्य दस्तावेज भी अपलोड करने आवश्यक है। इस दौरान मुख्य कृषि अधिकारी वीपी मौर्य, लीड बैंक अधिकारी पीएस राणा, एआर कॉपरेटिव योगेश जोशी, सभी ब्लाकों से सहायक कृषि अधिकारी, कृषि उद्यमी आदि मौजूद थे।