गोपेश्वर (चमोली)। भाद्रपद बामन द्वादशी पर प्रति वर्ष होने वाला माता मूर्ति उत्सव श्रद्धा एवं उल्लासपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर आठ हजार से अधिक श्रद्धालु मातामूर्ति मेले में पहुंचे।
बुधवार को श्री उद्धवजी एवं श्री बदरीनाथ की उत्सव डोली ने बालभोग लगने के पश्चात सेना के बैंड की भक्तिमय धुनों के साथ माता मूर्ति के मंदिर के लिए प्रस्थान किया। आईटीबीपी कैंप के निकट महिला मंगल दल माणा की महिलाओं ने भगवान के सखा उद्वव का जौ की हरियाली भेंट कर स्वागत किया।
मातामूर्ति पहुंचे पर उद्वव माता के मंदिर पहुंचे तथा भगवान बदरीविशाल की ओर से माता मूर्ति की कुशलक्षेम पूछी तथा माता का आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी ने भगवान का अभिषेक संपन्न किया। दिन का भोग मातामूर्ति मंदिर में लगाया गया। शाम को ढाई बजे श्री उद्धव तथा भगवान बदरीविशाल की डोली वापस श्री बदरीनाथ मंदिर पहुंच गयी। इस दौरान प्रातः दस बजे से शाम तीन बजे तक मंदिर बंद रहा। शाम तीन बजे से पुनः दर्शन शुरू हो गये।
उल्लेखनीय है कि छह सितम्बर को नारद उत्सव का आयोजन हुआ इसके पश्चात माणा से श्री घंटाकर्ण महाराज ने भगवान बदरीविशाल को मातामूर्ति आने का न्यौता दिया। बुधवार को श्रद्धापूर्वक मातामूर्ति महोत्सव आयोजित हुआ। शायंकाल को बामणी गांव से श्री कुबेर के पश्वा श्री बदरीनाथ भगवान के दर्शन को पहुंचेगे। इस अवसर पर पश्वा कटार में बैठकर गंगाजल के घड़ों से स्नान करते हैैं। माता मूर्ति महोत्सव के अवसर पर आईटीबीपी, सेना तथा उत्तराखंड पुलिस ने भंडारे आयोजित किये। इस अवसर पर रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी, मंदिर समिति उपाध्यक्ष किशोर पंवार, मंदिर समिति सदस्य भास्कर डिमरी, सदस्य वीरेंद्र असवाल, माणा के प्रधान पीतांबर मोल्फा, मंदिर समिति मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह, धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, स्वामी मुकुंदानंद महाराज, अपर धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चैहान, वेदपाठी रवीन्द्र भट्ट, मातामूर्ति मंदिर के पुजारी हनुमान प्रसाद डिमरी, डा. हरीश गौड़ आदि मौजूद थे।