नरेंद्रनगर। धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय नरेंद्रनगर में प्रोफेसर क्लब के तत्वावधान में राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महाविद्यालय प्राचार्य प्रो राजेश कुमार उभान ने सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की बधाई दी। उन्होंने युवा शक्ति को सकारात्मकता प्रदान करने की शक्ति को एक शिक्षक में निहित बताया। इस अवसर पर हिंदी विभाग प्रभारी डॉ जितेंद्र नौटियाल ने शिक्षक दिवस के अवसर पर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन परिचय और उनके द्वारा बौद्धिक स्तर, आध्यात्मिक स्तर और सेवा भाव पर दिए गए विचारों को वर्तमान में प्रासंगिक बताते हुए अपनी बात रखीं। कार्यक्रम में उपस्थित डॉ विजय प्रकाश भट्ट ने भारत के द्वितीय राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस के अवसर पर मनाये जाने वाले शिक्षक दिवस की सभी को बधाई देते हुए वैश्वीकरण के इस दौर में शिक्षा और शिक्षकों के महत्व को रेखांकित किया।
डॉ. संजय सिंह, विभाग प्रभारी पर्यटन ने शिक्षा में आ रहे परिवर्तनों, नई शिक्षा नीति और नव चेतना और नव सृजन पर चिंतन और सार्थकता पर अपने विचार रखें और स्वरचित कविता ‘मैं एक महाविद्यालय हूं’ से सभी का ध्यान वर्तमान शिक्षा की ओर खींचा।
इस अवसर पर डॉ. ईरा सिंह ने कहा कि बाल मन पर शिक्षकों की अमिट छाप होती है और शिक्षकों की प्रेरणा से ही छात्र रूपी बीज एक वटवृक्ष का आकार लेता है तो वहीं डॉ. विक्रम सिंह बर्त्वाल ने प्राचीन काल से चली आ रही गुरु परंपरा की चर्चा करते हुए 21सवी शताब्दी में शिक्षक समाज की चुनौतियों पर विचार करने की बात की। उन्होंने कहा कि गुरु में सृजनात्मकता का पुंज होता है और यह पुंज अक्षय है जिसकी चमक समय के साथ साथ बढ़ती जाती है।
उल्लेखनीय है कि कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन और सर्वपल्ली राधाकृष्णनन के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। इस अवसर पर प्रोफेसर्स क्लब द्वारा शिक्षकों को उपहार देकर सम्मानित किया गया। मंच का संचालन प्रोफेसर्स क्लब की सांस्कृतिक सचिव डॉ. नूपुर गर्ग ने किया।
प्रोफेसर्स क्लब के सचिव डॉ. राजपाल रावत ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम के समापन की घोषणा की। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापकगण, शिक्षणेत्तर कर्मचारीगण एवं छात्र छात्रायें उपस्थित रहे।