गोपेश्वर (चमोली)। 1971 के युद्ध में भारत की शानदार विजय पर चमोली जिले में अमर शहीद सैनिकों को पुष्प चक्र अर्पित करते हुए श्रद्धाजंलि दी गई। पुलिस एवं एनसीसी के जवानों ने अमर शहीदों को गार्ड ऑफ ऑनर देकर सलामी दी। विजय दिवस पर जिला पंचायत में आयोजित समारोह में अमर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए उनके बलिदान को नमन किया और वीरांगनाओं को सम्मानित किया गया। इस दौरान जीजीआईसी गोपेश्वर, कन्या विद्यालय नैग्वाड तथा एनसीसी कैडेट्स ने देश भक्ति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों प्रस्तुति दी।
अपर जिलाधिकारी अभिषेक त्रिपाटी ने कहा कि देश की आन-बान और शान की रक्षा के लिए समर्पित सेना के जवानों और शहीदों पर राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को गर्व है। आज का दिन हमें शहीदों के अदम्य साहस और बलिदान को स्मरण कराते हुए देश सेवा के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने सभी को अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए देश हित में अपना अहम योगदान देने के लिए सभी को प्रोत्साहित किया। इस दौरान उन्होंने शहीद सैनिकों की वीरांगनाओं, परिजनों एवं पूर्व सैनिकों को सम्मानित भी किया।
सहायक जिला सैनिक कल्याण एवं पुर्नवास अधिकारी सुबेदार मेजर (सेनि) कलम सिंह ने कहा कि 1971 में इसी दिन भारत-पाक युद्ध में देश के वीर सैनिकों ने अदम्य शौर्य का परिचय देते हुए दुश्मन देश के 93 हजार से अधिक सैनिकों को आत्मसमर्पण करने को मजबूर कर दिया था। इस युद्व में हमारे देश के 3843 सैनिकों ने शहादत दी थी। जिसमें उत्तराखंड राज्य से 248 तथा जनपद चमोली से 49 सैनिकों शामिल थे। वीर सैनिको के अदम्य साहस और वीरता के लिए दो वीर चक्र और एक महावीर चक्र से सम्मानित किया गया। इस युद्ध के परिणाम स्वरूप ही विश्व में एक नये देश बांग्लादेश का उदय हुआ।
विजय दिवस समारोह में मौजूद 1971 युद्व के शहीद सैनिकों की वीरांगनाएं रामी देवी, जुपली देवी, पार्वती देवी, गौरा देवी, सुमति देवी, तैली देवी, कलावती देवी, कमला देवी, ऊखा देवी, शकुन्तला देवी, पार्वती देवी, सोवती देवी, सुलोचना देवी, शहीद सैनिकों के परिजन नरेन्द्र सिंह बत्र्वाल, कुंवर सिंह भण्डारी तथा 1971 युद्व में भाग लेने वाले पूर्व सैनिक कैप्टेन बलवंत सिंह कर्मयाल, चन्द्र बल्लभ नौटियाल, रामेश्वर प्रसाद, महिपाल सिंह को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही बालीबॉल टीम के विजेता जीआईसी गोपेश्वर एवं उप विजेता पीजी कॉलेज की टीम एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले सभी छात्र-छात्राओं को भी सम्मानित किया गया।