चमोली। पुलिस द्वारा कामकाजी महिलाओं को “उत्तराखण्ड पुलिस एप” के बारे में दी जा रही जानकारी, गौरा शक्ति की उपयोगिता बताते हुये Self Registration करने हेतु किया जा रहा प्रेरित बदलते समाजिक परिवेश के साथ पुलिस की चुनौतियां भी लगातार बढ़ रही है। समस्या तब उत्पन्न होती है जब महिलाएं खुद को अकेला समझ प्रताड़ना सहन करने लगती हैं और पुलिस को इस बारे मे पता ही नही लग पाता है। इन्ही महिला सम्बन्धित चुनौतियों से निपटने के साथ-साथ उनके लिए एक सुरक्षित समाज के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध उत्तराखंड पुलिस अपने निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आधुनिक प्रौद्योगिकी का भी सहारा ले रही है।
पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल महोदय के आदेशानुसार पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन सु नताशा सिंह के नेतृत्व में जनपद के समस्त थानों की महिला हेल्प डेस्क में नियुक्त कार्मिकों द्वारा सरकारी/गैर सरकारी महिलाओं को उत्तराखंड पुलिस एप की सुविधाओं की विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुये गौरा शक्ति की उपयोगिता बताकर Self Registration करवाया गया। महिलाओं और युवतियों को उत्तराखंड पुलिस एप डाउनलोड करा कर एप में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी देते हुये अपने मोबाईल से ही घर बैठे लाभ उठाने हेतु प्रेरित किया जा रहा है। उत्तराखंड पुलिस एप में महिला सुरक्षा हेतु उपलब्ध गौरा शक्ति व बटन की सुविधा के बारे में जानकारी प्रदान करते हुये महिलाओं व युवतियों का गौरा शक्ति में Self Registration कराया जा रहा है।