गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के जोशीमठ विकास खंड के उर्गम घाटी के ग्रामीण सोमवार को क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर जिलाधिकारी चमोली से मिले तथा ज्ञापन सौंपा।
सामाजिक कार्यकर्ता लक्ष्मण सिंह नेगी, मीना देवी, गीता देवी, राजेंद्र सिंह नेगी, रघुवीर सिंह का कहना है कि क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर कई बार शासन प्रशासन से पत्राचार किया जा चुका है लेकिन उनकी समस्या जस की तस बनी हुई है। उनका कहना है कि देवग्राम ग्राम पंचायत में निर्माणाधीन मोटर मार्ग खबला से भेंठा वर्तमान में कल्पेश्वर मंदिर के पास जुनगैर तोक से बांसा गांव को जोड़ने वाला मोटर मार्ग तीन वर्ष से अधिक का समय हो गया है लेकिन आधा किलोमीटर कटने के बाद अधूरा छोड़ दिया गया है। पीएमजीएसवाई से इस बारे में कई बार शिकायत की गई लेकिन अभी तक कार्य आरंभ नहीं किया गया है। राजकीय प्राथमिक विद्यालय गीरा में वर्तमान में अध्यापक का पद रिक्त चल रहा है शिक्षा विभाग की ओर से व्यवस्था पर एक शिक्षक को भेजा गया है जिससे वहां पर पठन पाठन सुचारू नहीं हो पा रहा है। उन्होंने जिलाधिकारी से यथाशीघ्र स्थायी शिक्षक के तैनाती की मांग की है।
ग्रामीणों का यह भी कहना है कि राजकीय प्राथमिक विद्यालय देवग्राम के खेल मैदान की सुरक्षा दीवाल और आंगनवाड़ी भवन की सुरक्षा दीवाल विगत कई वर्षों से टूटी हुई है, जिससे विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को खेल मैदान का अभाव बना हुआ है तथा छोटे बच्चों के गिरने का भय है। साथ ही दोनों भवनों के टूटने का खतरा बना हुआ है। जिसकी रिपोर्ट बार-बार प्रशासन को दी जा रही है। जिसमें खंड विकास अधिकारी जोशीमठ की ओर से क्षति का आंकलन जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी को प्रस्तुत किया जा चुका है, परन्तु अभी तक भी निर्माण कार्य लम्बित है। ग्राम पंचायत देवग्राम के अंतर्गत भलखोला, मलखोला, मल्यामहल, गीरा और मूल्याबांसा तोक के लगभग सौ परिवार विगत वर्ष 2013 से आपदा से प्रभावित है, इन परिवारों के घरों पर लगातार दरारें आ रही है जो कि बढ़ती ही जा रही है जिससे लोगों को जानमाल का खतरा बना हुआ है। जिसकी रिपोर्ट लगातार शासन- प्रशासन को दी जा रही है, परन्तु अभी तक किसी भी प्रकार से कोई मौका प्रशासन द्वारा प्रभावितों से नहीं किया गया है। जिससे क्षेत्र की जनता में रोष व्याप्त है। उन्होंने जिलाधिकारी से ग्रामीणों की समस्या का शीघ्र समाधान करने की मांग की है।